विषय:- विश्वविभूति डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर गरिमा बचाव
जय भीम नमो बुद्धाय
RAJKOT, GUJARAT
गुजरात के राजकोट शहेर में हॉस्पिटल चोक है वहा पर विश्वविभूति, महामानव, नारी मुक्तिदाता, पिछडी जातिके के सन्मान के जनक डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर जी की प्रतिमा है। उस जगह हर साल 14 एप्रैल डॉ.बाबासाहेब के जन्मदिन ओर 6 दिसम्बर महापरिनिर्वाण दिन के अवसर पर लाखो अनुयायीओ वहाँ पर इकठे होकर उनके द्वारा उजवणी ओर कार्यक्रम होते है और बाबासाहब के प्रति आपना ऋण अदा करते है।
हॉस्पिटल चोक है वहाँ पर 3 रास्ते पड़ते है इस लिए सरकार और राजकोट महानगरपालिका का कहेना की वहा ट्राफिक प्रोबलम बहुत होता है तो वहां पर ट्राइंगल फलायओवरब्रिज का निर्माण करने का आयोजन किया है। ओर ब्रिज के बांधकाम का कोन्ट्रक्ट भी दे दिया है। अभी उसकी कामगिरी भी शरू हो गई है। हॉस्पिटल की जो दीवार है उस ओवरब्रिज के काम मे कपात मे आती है वो गिरा दी है।
ऐ जो ट्राइएंगल फ्लायओवरब्रिज है उसका एक रस्ता शहेर की तरफ आता है जहाँ डॉ.बाबासाहेब की प्रतिमा आती है। शहेर की तरफ जो रस्ता आता है तो उसकी वजह से डॉ.बाबासाहेब की प्रतिमा उस ओवरब्रिज से छोटी हो जाती है। इस कारण महामानव की गरिमा का अपमान होता है। ओवरब्रिज बनने से प्रतिमा ब्रिज के नीचे बाजुमें ढक जाती है। इस कारण ओवरब्रिज के ऊपर से गुजरने वाले लोग वह से कचरा फेंकेंगे, पान, मावा, खाके वहां थूकेंगे तो सीधा प्रतिमा के ऊपर ही गिरेगा इसकी वजह से प्रतिमा बिगड़ सकती है और नुकशान होगा ओर हर साल में हमारे बहूजन लोग कोई भी आंदोलन करते है तो यह प्रतिमा पर ही करते है अगर यहा पर ब्रिज बनेगा तो उससे बहुजनो की आंदोलन की आवाज दब जाएगी क्योंकि अभी वहा पर काफी सारी जगह है और जब ब्रिज का निर्माण होगा तब वहा पर आंदोलन करने की जगह भी नही रहेंगी
ऊपरोक्त मुद्दे को लेके स्वयम् सैनिक दल (SSD) के द्वारा 2011 से लड़ाई चालू है। इस बारेमे संगठन के द्वारा मांग रखी गई है कि जिस जगह डॉ.बाबासाहेब की प्रतिमा है उस जगह पर आपने मूल स्थल पर ही ओवरब्रिज की जो ऊँचाई है उस ऊँचाई के ज्यादा प्रतिमा की ऊंचाई बढ़ाई जाए। और इस जगह ओवरब्रिज बननेसे वहां जगह छोटी हो जाएगी इस वजह से वहां 14 एप्रैल ओर 6 दिसम्बर की हम उजवणी नही कर सकते है इस लिए शहेर मे अन्य स्थल है जहाँ लाखो अनुयाइयों इकठा हो कर उजवणी कर सके ऐसे स्थल पर डॉ. बाबासाहेब की प्रतिमा को प्रस्थापित की जाए। ऐ मांग और रजुआत 2011 से करते आये है इस दौरान हमने कईबार रेलिया, धरणा प्रदशन किया है मगर साशन-प्रशासन की ओर से आज तक न्यायिक उतर मिला नही है हाल ही में हमने लोकडाउन के चलते होते हुए भी सोसियल मीडिया के माध्यम से शाशन - प्रशाशन मे न्यायिक कार्यवाही करने की मांग की है उसका उत्तर भी हमे मिला नही है मगर हम हारे नही है ।आगे भी मांग पूरी नही होगी तबतक हमारी लड़ाई चालू रहेंगी।
डॉ. बाबासाहेब करोड़ो लोगो के मुक्ति दाता है। आज हम जो कुछभी है उनके द्वारा अपने परिवार का दिया गया बलिदान की बदौलत है। हम जो मान सन्मान की जिंदगी जी रहे है ए ऋण बाबासाहेब का है। आजे हम सरकारी सरकारी खाता ओर कचेरीओमे जो ऊंचा पद पा सके है तो वो खून पसीना बाबासाहेब का है। इस लिए हम हरगिज हमारे महानायकोका अपमान नही सह शकते। जिसने हमे इज्जत दी आज उसकी इज्जत का सवाल है। हमारे लिए जो दुश्मनों से अकेले ही लड़े उसकी इज्जत के लिए आज हम करोड़ो है तो क्या हम नही लड सकते?। इस लड़ाई में सबका फर्ज है आपना रोल अदा करनेका जो आज सन्मान की जिंदगी जी रहे है।
उपरोक्त सभी बाबातो को ध्यान में रखके बहूजन समाज के द्वारा 2011 से लेकर अबतक रजुआत की गई है कि राजकोट महानगरपालीका द्वारा कोई भी निर्णय लेने से पहेले हमारी जो मांगे है उसको ध्यान में रखे
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1) जो बाबासाहेब की जो मूल स्थल पर प्रतिमा है उस प्रतिमा को फ्लायओवर ब्रिज से ऊपर रहे उस तरह होनी चाहिए
2) राजकोट शहेर के निचे बताए अन्य स्थल पर मे से कोई भी एक स्थल पर बाबासाहेब की प्रतिमा पूरे कद के साथ आस पास 300 वार जगाह हो वहा पर रखे जिससे जब भी बाबासाहेब की जन्मजयंती ओर परिनिर्वाण दिन ओर प्रजासताक दिन के निमिते अनुयायियों उजवणी ओर उपवास पर बैठ सके वैसी जगाह होनी चाहिए इस के अंर्तगत हमने निचे स्थल सूचन दिए है
1) बहुमानी भवन चौक राजकोट
2)नानामोवा सर्कल ,150 फुट रिंग रॉड राजकोट
3)कोटेचा चौक राजकोट
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पूरे भारतभर में इस कोरोना परिस्थिति को लेकर गुजरात के राजकोट शहर में हॉस्पिटल चौक के पास फ्लायओवर ब्रिज का निर्माण शरू कर दिया और यहां पर विश्वविभूति डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिमा को लेकर राजकोट महानगरपालिका ओर सरकार को 2011 से आवेदनपत्र दिये गए है ओर इन कोरोना परिस्थिति में सरकार के निर्देशो का पालन करके घर पर सुरक्षित रहकर 20/05/2020 के दिन सोसियल मीडिया TWITTER और FACEBOOK के माध्यम से राजकोट महानगरपालिका ओर राजकोट कलेक्टर को आवेदनपत्र दिया गया और विरोध प्रदशित किया गया उसमे से यह TWITTER पर 1 लाख से भी ज्यादा TWIT करके सरकार को विरोध किया गया और हमारी मांगे पूरी करे
यह ब्रिज का काम रोक दे अन्यथा हमारी मांगे पूरी करे
SWAYAM SAINIK DAL (INDIA)
selyut
ReplyDeleteHamari mange puri karo
ReplyDeleteक्रन्तिकारी जय भीम के साथ सैल्यूट
ReplyDeletejay bhim.namo buddhay.salute great work
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